कलर्स के ‘नयनतारा’ में अपने दोहरे किरदारों में संतुलन बनाने पर नारायणी शास्त्री हुईं बेबाक

पॉजिटिव चरित्रों को जीवंत करने के लिए जानी जाने वाली अनुभवी टेलीविजन अभिनेत्री नारायणी शास्त्री अब कलर्स के नए सुपरनेचुरल थ्रिलर ‘नयनतारा’ में अपने दमदार डबल रोल से दर्शकों को चौंका रही हैं और रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी में खींच रही हैं। इस रहस्यमयी कहानी में एक आत्माओं से संवाद करने वाली महिला नयनतारा अपने पति की रक्षा की कोशिश कर रही है, वहीं नारायणी दो टकराव वाले सास के किरदारों – लता और ललिता – की भूमिका निभा रही हैं, जो एक मनोवैज्ञानिक खेल में आमने-सामने हैं। इन दोनों के विरोधाभासी स्वभाव से नयनतारा (श्रुति बिष्ट) एक ऐसे रहस्य में फंस जाती है, जहां यह समझना मुश्किल हो जाता है कि कौन उसकी रक्षा कर रहा है और कौन उसे जाल में फंसा रहा है।
परी महल नाम की पुश्तैनी हवेली में रची गई इस कहानी में आत्माएं, रहस्य और धोखे की एक खौफनाक दुनिया सामने आती है। दो विपरीत किरदारों को निभाने की चुनौती को पसंद करते हुए नारायणी इस शो को एक “संशय के नृत्य” की तरह बताती हैं, जहाँ दर्शकों को लगातार यह सोचते रहना पड़ता है कि असली नायक कौन है और खलनायक कौन। यह अनिश्चितता की भावना ही है – एक सास जो दोस्त भी हो सकती है और दुश्मन भी – जो दर्शकों को कयास लगाने पर मजबूर कर रही है और उन्हें स्क्रीन से चिपकाए हुए है।
अपने डबल रोल पर बात करते हुए नारायणी कहती हैं, “नयनतारा में मुझे जो सबसे पहले आकर्षित किया, वो था द्वैतता – दो ऐसी महिलाओं को निभाना जो दोनों ही ताकतवर हैं, लेकिन बिल्कुल अलग तरीके से। लता बेहद शातिर, शांत और हर बार दस कदम आगे है, जबकि ललिता जज्बाती, भावुक लेकिन बेहद प्रोटेक्टिव है। मजेदार यह है कि दर्शकों को नहीं पता कि किस पर भरोसा किया जाए। यह कोई पारंपरिक ‘अच्छाई बनाम बुराई’ की कहानी नहीं है, बल्कि यह एक संशय की यात्रा है – जहाँ हर पल यह सवाल बना रहता है कि कौन रक्षक है और कौन विनाशकारी। यह मानव स्वभाव के उस पक्ष को दिखाता है जहाँ लोग मुखौटे पहनते हैं और शो इसी सोच के साथ खेलता है।”
मौजूदा ट्रैक पर बात करते हुए वह कहती हैं, “अब जब लता धीरे-धीरे ललिता की हर निशानी मिटाकर नयनतारा को अपनी बहू के रूप में स्वीकार कर परी महल पर पूरी तरह नियंत्रण चाहती है, तो खतरा कहीं अधिक मनोवैज्ञानिक हो गया है। वह अपने मकसद को पाने के लिए कोई भी हद पार कर सकती है – चाहे इसके लिए अतीत को ही क्यों न बदलना पड़े। एक अभिनेत्री के तौर पर मेरे लिए यह खुशी की बात है कि मैं एक ऐसी स्क्रिप्ट में काम कर रही हूं जो सीधे जवाब नहीं देती, बल्कि रहस्य को धीरे-धीरे खोलती है और दर्शकों को भावनात्मक तनाव में बांधे रखती है। इतने सालों के बाद मैं कुछ अप्रत्याशित चाहती थी, और नयनतारा ने मुझे वह दिया। यही इसे मेरे लिए खास बनाता है।”
वर्तमान कहानी में, नयनतारा एक बार फिर परी महल लौटती है, लेकिन दो परिचित चेहरों और एक अनसुलझे सवाल के बीच फंस जाती है – सुरजो की मां मर चुकी है… लेकिन अगर यह सच है, तो परी महल में रह रही यह महिला कौन है?
‘नयनतारा’ प्रसारित होता है रोज रात 8:30 बजे सिर्फ कलर्स पर