अहमदाबाद के जोधपुर आर्ट गैलरी में इंटरनेशनल आर्टिस्ट विक्टोरिया लापशीना द्वारा क्यूरेट की गई आर्ट वर्क्स की प्रदर्शनी “मनमीत” का आयोजन

• “प्रेम के प्रकाश के साथ एक कलात्मक सेरेनेड” दर्शकों को आत्मा को स्पर्श करने वाला अनुभव प्रदान करेगा
अहमदाबाद: अहमदाबाद अब तेजी से कला प्रेमियों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बनता जा रहा है। देशभर के प्रसिद्ध कलाकार जहां अपनी कलाकृतियां यहां प्रदर्शित करते हैं, वहीं अब यह शहर अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों की भी पहली पसंद बन गया है। इसी क्रम में, अंतर्राष्ट्रीय कलाकार विक्टोरिया लापशीना की कला प्रदर्शनी “मनमीत – एन आर्टिस्टिक सेरेनेड विद लाइट ऑफ लव” का आयोजन 5 मई से 16 मई तक जोधपुर आर्ट गैलरी, अहमदाबाद में किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी के साथ विक्टोरिया लापशीना क्यूरेटर के रूप में भी अपना पहला कदम रख रही हैं।
यह प्रदर्शनी कला की दुनिया में एक नई, हृदयस्पर्शी यात्रा को दर्शाती है। इसका पूर्वावलोकन 4 मई को आयोजित किया गया था। इस अवसर पर प्रसिद्ध कला प्रेमी रवींद्र मराडिया भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा, “विक्टोरिया लापशीना की पेंटिंग्स भावनाओं से भरपूर हैं। उन्होंने गहरे रंग की दीवारों पर निऑन रंगों से जो चित्र बनाए हैं, वे अत्यंत आकर्षक हैं। ‘मनमीत’ प्रदर्शनी उनके जीवन यात्रा का कलात्मक प्रतिबिंब है।”
प्रदर्शनी में लगभग 27 कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है। इनमें से अधिकतर पेंटिंग्स निऑन रंगों में तैयार की गई हैं, जो अहमदाबाद में विरले ही देखने को मिलती हैं। 5 मई से 16 मई तक यह प्रदर्शनी प्रातः 11:00 बजे से सायं 7:00 बजे तक कला प्रेमियों के लिए खुली रहेगी।
यह उल्लेखनीय है कि इस प्रदर्शनी से पेंटिंग्स की बिक्री से प्राप्त होने वाले मुनाफे का एक हिस्सा मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे जरूरतमंदों की सहायता के लिए समर्पित किया जाएगा। विक्टोरिया की पेंटिंग्स में सकारात्मक ऊर्जा समाहित है, जो दर्शकों को भीतर तक प्रभावित करती है।
विक्टोरिया के पति, स्त्री रोग विशेषज्ञ और उद्यमी डॉ. चिन्मय पटेल ने बताया, “विक्टोरिया ने कला के क्षेत्र में औपचारिक शिक्षा प्राप्त की है और यह विषय उन्हें अत्यंत प्रिय है। वह मानसिक स्वास्थ्य की सशक्त समर्थक हैं।”
इस प्रदर्शनी में कैनवास पेंटिंग्स, वॉल स्कल्पचर्स और अन्य कलाकृतियाँ शामिल हैं। विशेष बात यह है कि गुजरात में पहली बार “ग्लो-इन-द-डार्क” (अंधेरे में चमकने वाली) अवधारणा वाली पेंटिंग्स प्रस्तुत की जा रही हैं, जो केवल यूवी लाइट में प्रकाशमान होती हैं।
इस संपूर्ण आयोजन का श्रेय डॉ. तेजस पटेल और डॉ. अमन पटेल को जाता है, जिनके सतत प्रयासों से यह प्रदर्शनी साकार हो सकी है।
विशेष रंगों, रूपों और भावनाओं से परिपूर्ण ये कलाकृतियाँ दर्शकों को केवल देखने के लिए नहीं, बल्कि अनुभव करने के लिए आमंत्रित करती हैं। विक्टोरिया लापशीना की यह प्रदर्शनी निस्संदेह दर्शकों को पहली ही झलक में मोहित कर देगी।
“मनमीत” का आदर्श वाक्य है — “मैंने जो देखा, उस पर मेरी आँखें टिक गईं।” यह प्रदर्शनी जीवन के विभिन्न क्षणों को शब्दों और रंगों के माध्यम से प्रस्तुत करती है।
तो आइए, और जोधपुर आर्ट गैलरी में ‘मनमीत’ की इस अनूठी कलात्मक यात्रा का हिस्सा बनिए।