‘”बापूजी नी छेल्ली इच्छा: परिवार, प्यार अने कॉमेडी नू परफेक्ट मिश्रण!”

समन्वय थिएटर प्रस्तुत करता है गुजराती नाटक ‘‘बापूजी नी छेल्ली इच्छा’, जो हमारी मिट्टी की सुगंध से भरा हुआ एक हास्य से भरपूर, असली गुजराती नाटक है।
मरणशय्या पर पड़े वृद्ध पिता की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए पूरा परिवार – उनकी पत्नी, तीन बेटे, दो बहुएं, पोते-पोतियां, बहन-बहनोई और पंडित मित्र – सभी उपस्थित रहते हैं। बापूजी एक के बाद एक अपनी अंतिम इच्छाओं को व्यक्त करते हैं, लेकिन वे पूरी होती ही नहीं, और यही स्थिति नाटक में हास्य का पुट भर देती है।
जैसे ही परिवार को पता चलता है कि बापूजी के नाम पर 99 लाख का इंश्योरेंस है, वे उनकी खास देखभाल करने लगते हैं। लेकिन बापूजी तो मानो मौत के साथ लुका-छिपी का खेल खेल रहे हों। वे बस खाट पर पड़े-पड़े अपनी आखिरी इच्छाओं को व्यक्त करते ही रहते हैं।
सटायर और हास्य से भरपूर यह नाटक परिवार के साथ देखने लायक है।
नाटक का लेखन एवं निर्देशन रवि उघरेजिया ने किया है, सहलेखन पृथ्वी पाटिल, सहनिर्देशन जसदीपसिंह राणा और यश जोशी, तथा निर्माण सहयोग विशाल प्रजापति का है।
पात्रों में पार्थ जानी, निमेश कुंजर, देवल व्यास, ध्रुमित चौहान, ऋथम शाह, पृथ्वी पाटिल, देवांग नायक, अक्षय बारोट, मनीषसिंह राठौड़ और पुनम मेवाड़ा शामिल हैं।
संगीत, कॉमेडी और व्यंग्य से भरपूर यह नाटक आपको बार-बार देखने की इच्छा पैदा कर देगा – ‘‘बापूजी नी छेल्ली इच्छा’’।