गुजराती फिल्म इंडस्ट्री में पहली बार इंस्टाग्राम गेम, मोशन सेंसर और फ्लैश मॉब के जरिए “भ्रम” फिल्म का अनूठा प्रमोशनल प्रस्तुतीकरण

गुजराती फिल्म इंडस्ट्री में पहली बार इंस्टाग्राम गेम, मोशन सेंसर और फ्लैश मॉब के जरिए “भ्रम” फिल्म का अनूठा प्रमोशनल प्रस्तुतीकरण

गुजरात:आगामी साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म “भ्रम” ने गुजराती सिनेमा में प्रमोशन के लिए एक बिलकुल नई रणनीति अपनाई है। 16 मई को रिलीज़ हो रही यह फिल्म, जिसे “हूं इकबाल” के निर्माताओं ने प्रोड्यूस किया है, दर्शकों को एक रोचक, रचनात्मक और इंटरैक्टिव अनुभव देने का प्रयास कर रही है। इस पहल का उद्देश्य फिल्म की अनोखी थीम और कहानी कहने के अंदाज को प्रमोशनल गतिविधियों के जरिए दर्शकों तक पहुँचाना है और एक मजबूत बज़ क्रिएट करना है। उल्लेखनीय है कि फिल्म का निर्देशन गुजराती सिनेमा के प्रसिद्ध निर्देशक पल्लव परिख ने किया है और इसमें मित्र गढ़वी, सोनाली लेले देसाई, अभिनय बेंकर और निश्मा सोनी मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगे।

“भ्रम” के प्रमोशन के तहत, पहली बार गुजराती फिल्म इंडस्ट्री में इंस्टाग्राम गेम लॉन्च किया गया है। इस गेम को सोशल मीडिया पर काफी सराहना मिल रही है, जिसमें यूज़र्स पहेलियां सुलझाते हैं और छिपे हुए सुराग ढूंढते हैं। वहीं, “हूं इकबाल” और “भ्रम” की टीम ने एक और नया प्रयोग किया – अहमदाबाद के विकेंड विंडो इवेंट में कुछ युवा कलाकार खून से सने चेहरे और हाथों में फ्लैश मोब के साथ नजर आए, जिन्होंने भारी क्राउड का ध्यान अपनी ओर खींचा। इस अनोखे स्टंट ने फिल्म के प्रचार को व्यापक स्तर पर पहुँचाया।

फिल्म के प्रमोशन के तहत पहली बार एक इंटरैक्टिव मोशन सेंसर पोस्टर भी प्रस्तुत किया गया है। इस मोशन सेंसर टेक्नोलॉजी के जरिए दर्शक पोस्टर के साथ सीधे तौर पर इंटरैक्ट कर सकते हैं। जैसे ही कोई व्यक्ति पोस्टर के पास आता है, यह एक्टिव हो जाता है और एक नई इमेज दिखाई देती है, जबकि दूर जाने पर स्क्रीन काली हो जाती है। यह इंटरैक्टिव तकनीक दर्शकों को फिल्म की कहानी के साथ गहराई से जुड़ने का एक अनोखा अनुभव देती है।

फिल्म “भ्रम” की कहानी 42 वर्षीय महिला माया के इर्द-गिर्द घूमती है, जो डिमेंशिया नामक बीमारी से जूझ रही है। उसे अपने अतीत की घटनाएं याद नहीं रहतीं। लेकिन जब वह अपनी ही बेटी की हत्या की गवाह बनती है, तो उसकी दुनिया हिल जाती है। समय माया के खिलाफ खड़ा है, और उसे अपनी टूटी-फूटी यादों को जोड़कर सच तक पहुँचना होगा — इससे पहले कि हत्यारा फरार हो जाए। अपनी अनूठी कहानी, दमदार अभिनय और डिजिटल एक्सपेरिमेंट्स के साथ “भ्रम” गुजराती सिनेमा में कुछ नया लाने के लिए तैयार है।

रिलीज से पहले ही “भ्रम” का यह अनोखा प्रचार अभियान गुजराती सिनेमा को एक नई दिशा दे रहा है। इंटरएक्टिव टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया के नवीन प्रयोगों के साथ *”भ्रम”* दर्शकों को अनोखे तरीके से जोड़ते हुए एक नया बेंचमार्क स्थापित करने के लिए तैयार है।

स्टोरीटेलिंग और इनोवेशन की परिभाषा को सार्थक करती फिल्म “भ्रम” 16 मई 2025 से सिनेमाघरों में दस्तक देगी।

mumbaipatrika

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