कलर्स की प्रमुख अभिनेत्रियोंने महिला दिवस पर सशक्तिकरण और सीमाओं को तोड़ने पर साझा किए अपने विचार

कलर्स की प्रमुख अभिनेत्रियोंने महिला दिवस पर सशक्तिकरण और सीमाओं को तोड़ने पर साझा किए अपने विचार

रुबीना दिलैक, जो कलर्स केलॉफ्टर शेफ्स अनिलिमिटेड एंटरटेमेंटमें नजर रही हैं, ने कहा, मैं एक ऐसे घर में पलीबढ़ी हूं जहां महिलाओं की चलती हैं और पुरुष हमारी सफलता देखकर गर्व महसूस करते हैं। मेरी दादी हमारे परिवार की रीढ़ हैं, और हमारी पीढ़ी की हर महिलाचाहे वह मेरी मां हों, मेरी बुआएं हों, या अब मैंहम सभी को केवल प्यार से ही नहीं, बल्कि सच्चे सम्मान के साथ रानी की तरह रखा गया है। हमारे जीवन के पुरुषमेरे पति, मेरे पिता, मेरे ससुरसिर्फ हमारी ताकत को स्वीकार ही नहीं करते, बल्कि उसे बढ़ावा भी देते हैं।

दीपिका सिंह, जो कलर्स केमंगल लक्ष्मीमें मंगल की भूमिका निभा रही हैं, ने कहा, “अक्सर महिलाओं से कहा जाता है कि उनके सपनों की समय सीमा होती है, कि उनकी महत्वाकांक्षाएं सीमित होनी चाहिए और वे समाज द्वारा तय भूमिकाओं में ही फिट बैठें। कई महिलाएं अपने सपनों को पूरा करना चाहती हैं, लेकिन असफलता का डर और घर की जिम्मेदारियां उन्हें रोक देती हैं। लेकिन मंगल की कहानी कुछ और ही दिखाती है।

प्रियांशी यादव, जो कलर्स केडोरीमें मुख्य भूमिका निभा रही हैं, ने कहा, “मैं उन सभी लोगों की आभारी हूं जिन्होंने महिलाओं की स्थिति बदलने के लिए साहसिक कदम उठाए। मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मुझे भी ‘डोरी’ जैसे किरदार के माध्यम से कुछ ऐसा करने का मौका मिला। यह जानकर खुशी होती है कि कई महिलाएं ‘डोरी’ को प्रेरणा के रूप में देखती हैं।

आयशा सिंह, जो कलर्स केमन्नत हर खुशी पाने कीमें मन्नत की भूमिका निभा रही हैं, ने कहा, “हर महिला के पास सपनों, बलिदानों और संघर्षों की एक कहानी होती है। मेरे लिए महिला दिवस उन चुनौतियों को पहचानने और हर उस जीत का जश्न मनाने का दिन है, चाहे वह छोटी हो या बड़ी। मन्नत हर खुशी पाने की में मेरे किरदार मन्नत की कहानी कई महिलाओं की तरह ही है—वह उम्मीदों, जिम्मेदारियों और अपनी खुद की आकांक्षाओं के बीच फंसी हुई है।

नेहा राणा, जो कलर्स केमेघा बरसेंगेमें मेघा की भूमिका निभा रही हैं, ने कहा, “एक महिला जो अपनी काबिलियत को जानती है, उसे कोई नहीं रोक सकता। फिर भी, हर दिन कई महिलाओं को खुद पर संदेह करने के लिए मजबूर किया जाता है। ‘मेघा बरसेंगे’ में मेरा किरदार मेघा बहुत दर्द, विश्वासघात और आत्म-संदेह से गुज़री है—लेकिन वह उठ खड़ी हुई, अपनी ताकत को फिर से पाया, और यह साबित किया कि कोई भी तूफान हमेशा के लिए नहीं रहता।

खुशबू राजेंद्र, जो कलर्स केराम भवनमें ईशा की भूमिका निभा रही हैं, ने कहा, “मुझे खुशी है कि मुझे ‘राम भवन’ के जरिए एक प्रेरणादायक किरदार निभाने का मौका मिला। ईशा अपनी राह खुद बना रही है, अपनी स्वतंत्रता को अपना रही है, और यह साबित कर रही है कि एक महिला को अपने भविष्य के लिए किसी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है।

कलर्स पर और अपडेट्स के लिए बने रहें!

mumbaipatrika

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