सक्षम 2024-25: हरित एवं स्वच्छ ऊर्जा के लिए राष्ट्रव्यापी पहल

सक्षम 2024-25: हरित एवं स्वच्छ ऊर्जा के लिए राष्ट्रव्यापी पहल

• गुजरात के माननीय राज्यपाल आचार्य देवव्रत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे

अहमदाबाद, 14 फरवरी 2025 – इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL) ने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के मार्गदर्शन में “सक्षम 2024-25” अभियान की शुरुआत की है। यह एक राष्ट्रीय स्तर पर चलाया जाने वाला ईंधन संरक्षण अभियान है, जिसका उद्देश्य ऊर्जा दक्षता और सतत विकास को बढ़ावा देना है। 14 से 28 फरवरी 2025 तक चलने वाले इस पखवाड़े का मुख्य लक्ष्य क्रूड ऑइल पर निर्भरता कम करना और हरित एवं स्वच्छ ऊर्जा समाधान अपनाने के प्रति जागरूकता फैलाना है। इस अभियान का संदेश है: “हरित एवं स्वच्छ ऊर्जा अपनाएं, पर्यावरण को स्वच्छ बनाएं।”

उद्घाटन समारोह आईसीएआई भवन, अहमदाबाद शाखा (डब्ल्यूआईआरसी) में आयोजित किया गया, जिसमें गुजरात के माननीय राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर तेल एवं गैस क्षेत्र के कई महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे, जिनमेंश्रीश्री संजीब कुमार बेहरा,कार्यकारी निदेशक और राज्य प्रमुख, गुजरात राज्य कार्यालय , आईओसीएल;  श्री शुभेंदु मोहंती, मुख्य महाप्रबंधक-खुदरा और क्षेत्रीय प्रमुख, एचपीसीएल; श्री अनंत खोबरागड़े, आंचलिक महाप्रबंधक / ओआईसी गेल; श्री सुमित मोहन, महाप्रबंधक (आई एंड सी), गुजरात, बीपीसीएल शामिल थे।  इन सभी गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने ईंधन संरक्षण और सतत ऊर्जा समाधान को बढ़ावा देने में तेल एवं गैस सार्वजनिक उपक्रमों (PSUs) के संयुक्त प्रयासोंको रेखांकित किया।

गुजरात के माननीय राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत  “आज, मुझे तेल और गैस संरक्षण पखवाड़े यानी सक्षम (संरक्षण क्षमता महोत्सव) 2025 का उद्घाटन करते हुए बहुत खुशी हो रही है, जो की ऊर्जा संरक्षण और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय महत्व की पहल है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के मार्गदर्शन में हमारे सम्मानित तेल और गैस पी.एस.यू द्वारा आयोजित यह वार्षिक अभियान, 1991 से भारत के ईंधन संरक्षण प्रयासों की आधारशिला रहा है। इस पहल को चलाने की जिम्मेदारी तेल और गैस पीएसयू को सौंपी गई है। गुजरात में, इस अभियान का नेतृत्व सामूहिक रूप से आई.ओ.सी.एल, बी.पी.सी.एल, एच.पी.सी.एल, गेल और ओ.एन.जी.सी द्वारा किया जाएगा, जिसमें इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आई.ओ.सी.एल) राज्य भर में गतिविधियों के समन्वय का नेतृत्व करेगा। “

उन्हों ने आगे बताया की, “भारत की ऊर्जा मांग तेजी से बढ़ रही है। पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की कुल पेट्रोलियम उत्पाद खपत लगभग 234 मिलियन मेट्रिक टन (MMT) थी, जिसमें डीजल और पेट्रोल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। हालांकि, तेल और गैस में हमारी आत्मनिर्भरता केवल 20% है, जिसका अर्थ है कि हमारी ऊर्जा जरूरतों का 80% आयात के माध्यम से पूरा किया जाता है। पिछले वर्ष, हमारा पेट्रोलियम आयात 156 बिलियन डॉलर था, जो भारत के कुल आयात का लगभग 23% था। आयातित ईंधन पर यह भारी निर्भरता न केवल देश पर आर्थिक बोझ डालती है बल्कि ऊर्जा सुरक्षा के लिए भी गंभीर जोखिम पैदा करती है। अकेले परिवहन क्षेत्र भारत के कुल पेट्रोलियम उत्पादों का लगभग आधा उपभोग करता है, जो बेहतरीन फ्यूल कार्यक्षमता वाले यातायात और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों में संक्रमण की तत्काल आवश्यकता को उजागर करता है। खपत की वर्तमान दर पर, हमारे ज्ञात तेल भंडार केवल कुछ दशकों तक चलेंगे, जिसकी वजह से  ईंधन संरक्षण तत्काल प्राथमिकता बना हुआ है ।”

सक्षम 2024-25 के तहत देशभर के कई शहरों और जिलों में जागरूकता कार्यक्रम और गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। प्रमुख पहलों में सक्षम साइक्लोथॉन एवं वॉकेथॉन, टीवी, रेडियो और समाचार पत्रों के माध्यम से जन-जागरूकता अभियान, तथा छात्रों, किसानों, ड्राइवरों और आवासीय समुदायों के लिए विशेष ईंधन संरक्षण कार्यक्रम शामिल हैं।  अभियान के दौरान 66,000 से अधिक प्रतिभागियों को शामिल करते हुए वाद-विवाद और समूह चर्चा आयोजित की जाएगी। इसके अलावा, गुजरात के प्रमुख स्थानों पर ग्रैफिटी और वॉल पेंटिंग, कार और भारी वाहनों के लिए ईंधन-कुशल ड्राइविंग प्रतियोगिताएँ भी होंगी।  साथ ही, एलपीजी जागरूकता कार्यक्रम के तहत डिलीवरी कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा और ग्रामीण समुदायों को एलपीजी पंचायतों के माध्यम से जोड़ा जाएगा। औद्योगिक और तकनीकी संगोष्ठियों के जरिये व्यवसायों और इंजीनियरिंग छात्रों को मूल्यवान जानकारियाँ प्रदान की जाएंगी।

सामुदायिक सहभागिता को और बढ़ाते हुए, सक्षम 2024-25 के तहत आवासीय सोसायटियों, नॉन- गवर्मेंट ऑर्गेनाइज़ेशन(NGOs) और सामाजिक क्लबों के लिए कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी। इसके साथ ही, फ्लीट ऑपरेटरों और राज्य परिवहन उपक्रमों (STU) के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे, जिसमें प्रति डिपो 300 से अधिक ड्राइवरों को ईंधन दक्षता पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।  इन गतिविधियों के माध्यम से सक्षम 2024-25 अपनी 1991 में प्रारंभ की गई दीर्घकालिक पहल को आगे बढ़ा रहा है, जिसका उद्देश्य ऊर्जा संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण और भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करना है। इस वर्ष का अभियान सतत ऊर्जा समाधान और पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देने के प्रयासों को और सशक्त करेगा, जिससे एक हरित और आत्मनिर्भर भविष्य का मार्ग प्रशस्त होगा।

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