“महारानी” – मनोरंजन और हास्य से भरपूर एक सोशियल कॉमेडी

गुजराती सोशियल कॉमेडी फिल्म “महारानी” का दर्शक बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। फिल्म की घोषणा से लेकर ट्रेलर तक, दर्शकों की उत्सुकता लगातार बढ़ती जा रही है। फिल्म का टाइटल ट्रैक और “मुंबईया गुजराती” गीत को भी काफी सराहना मिल रही है। इसकी मज़ेदार और दिलचस्प कहानी दर्शकों के दिलों को छू रही है।यह फिल्म 1 अगस्त को रिलीज़ हो रही है।
फिल्म की कहानी रानी (श्रद्धा डांगर) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक आधुनिक घर में काम करने वाली एक क्वर्की और गफ़लती कामवाली है। महारानी दरअसल उसी घर की कहानी है, जिसके मालिक हैं – मानसी पारेख और ओजस रावल। रानी का लापरवाह स्वभाव और उसका अजीब बर्ताव कभी हंसी का कारण बनता है तो कभी परेशानी का। दिनभर के कामकाज के दौरान वह जो गड़बड़ करती है और फिर बहानों से कैसे सब संभालने की कोशिश करती है, वह दर्शकों को हँसने पर मजबूर कर देता है।
कहानी तब और भी दिलचस्प हो जाती है जब एक दिन मानसी पारेख का किरदार रानी की लापरवाही से तंग आकर उसे काम से निकालने का फैसला करता है। इसके बाद शुरू होती है एक नई कामवाली की तलाश – और यहीं से फिल्म की मनोरंजक, हास्य और ड्रामा से भरपूर कहानी आगे बढ़ती है।
फिल्म के बारे में बात करते हुए, प्रोड्यूसर और पैनोरमा स्टूडियोज़ के एम.डी. अभिषेक पाठक कहते हैं – “पैनोरमा स्टूडियोज़ में हम हमेशा कोशिश करते हैं कि आम भारतीयों से जुड़ी कहानियाँ लोगों तक पहुँचाएं। हमें खुशी और गर्व है कि हम ऐसी फिल्मों को समर्थन दे रहे हैं जो साधारण पलों में से हास्य और भावनाएँ निकालती हैं। ‘महारानी’ भावुक भी है, मनोरंजक भी और सबसे खास बात – यह असली लगती है। एक शानदार कास्ट और हर घर की झलक देती कहानी के साथ, हम देशभर के दर्शकों को यह दिल से हँसाने वाली कॉमेडी पेश करने को लेकर उत्साहित हैं।”
फिल्म के निर्देशक, विरल शाह कहते हैं – “‘महारानी’ उन रिश्तों का उत्सव है, जिनके बारे में बहुत कम बात होती है – जो रसोई में, लिविंग रूम में और चाय के कप के साथ खामोशी में बहुत कुछ कह जाते हैं। यह फिल्म बहुत ही हल्के अंदाज़ में लेकिन एक बहुत ही ज़रूरी कहानी कहती है। यह एक ऐसी कॉमेडी फिल्म है जो घर की मालकिन और कामवाली के बीच के अनोखे रिश्ते को दर्शाती है। यह कहानी हमें यह एहसास कराती है कि जो आज़ादी और सहूलियत हम अनुभव करते हैं, उसके पीछे कुछ मजबूत नींव जैसे लोग होते हैं जिनका योगदान बहुत अहम होता है। यह एक नर्म और भावनात्मक कहानी है, जो कहना बेहद ज़रूरी है।”
फिल्म के बारे में मानसी पारेख कहती हैं – “इस फिल्म पर काम करते हुए मुझे एहसास हुआ कि हमारे घर की कामवाली के साथ हमारा रिश्ता वाकई अनोखा और अतुलनीय होता है। ‘महारानी’ महिला मित्रता, आत्ममूल्य और आत्मप्रेम को बड़े परिप्रेक्ष्य में छूती है। यह एक साधारण सी ज़िंदगी पर आधारित एक अद्भुत कहानी है। इतने सारे प्रतिभाशाली कलाकारों और विरल जैसे निर्देशक के साथ काम करना एक सपने जैसा अनुभव रहा। मेरा किरदार मानसी, किसी भी स्वतंत्र कामकाजी महिला जैसा है – हर दिन नई चुनौतियाँ आती हैं और वह उन्हें अपने तरीके से बेहतरीन ढंग से संभालती है। श्रद्धा के साथ काम करके बहुत मज़ा आया और जैसे-जैसे हम इस जर्नी में आगे बढ़े, हमारे बीच गहरी दोस्ती बन गई जो स्क्रीन पर ज़रूर झलकेगी। मैं बहुत उत्साहित हूँ कि दर्शक यह फिल्म देखें और थिएटर से कुछ मूल्यवान लेकर निकलें।”
फिल्म के बारे में श्रद्धा डांगड़ कहती हैं – “‘महारानी’ एक आम ज़िंदगी पर असाधारण तरीके से लिखी गई कहानी है, जो कई स्तरों पर मुझे व्यक्तिगत रूप से जोड़ती है। रानी का किरदार ताकत और आत्मज्ञान को दर्शाता है। फिल्म की मूल आत्मा कॉमेडी है और इसका हिस्सा बनकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। मानसी के साथ काम करने का अनुभव शानदार रहा। हमने मिलकर रचनात्मक प्रक्रिया साझा की और एक ऐसी दोस्ती बनाई जो स्क्रीन पर और स्क्रीन के बाहर दोनों जगह दर्शकों को नज़र आएगी। ‘महारानी’ एक खास फिल्म है और मुझे उम्मीद है कि दर्शक इसका भरपूर आनंद लेंगे।”
पैनोरमा स्टूडियोज़ द्वारा प्रस्तुत “महारानी” का निर्माण मंकी गॉड एंटरटेनमेंट, समिट स्टूडियो और एक्का एंटरटेनमेंट के सहयोग से किया गया है। फिल्म के निर्माता हैं कुमार मंगत पाठक, अभिषेक पाठक, प्रितेश ठक्कर, मधु शर्मा और विरल शाह। सह-निर्माता हैं मुरलीधर छटवानी, चंद्रेश भानुशाली, सुचिन आहलूवालिया और मासूमेह माखीजा।
फिल्म का निर्देशन राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और सफल निर्देशक विरल शाह ने किया है। इसकी कहानी राम मोरी और हार्दिक सांगाणी ने लिखी है। “महारानी” एक ऐसी फिल्म है जो आधुनिक महिला और घरेलू काम करने वाली महिला के बीच के सूक्ष्म लेकिन अहम रिश्ते को हास्य और ड्रामा के साथ पेश करती है।
फिल्म में प्रमुख भूमिकाओं में मानसी पारेख, श्रद्धा डांगर , ओजस रावल और संजय गोराडिया सहित कई प्रतिभाशाली कलाकार हैं। सभी कलाकारों की कॉमिक टाइमिंग बेहद सटीक है, जिसे दर्शकों ने ट्रेलर में भी खूब पसंद किया है।
कॉमेडी, भावनाओं और सामाजिक संदेश के अद्भुत मेल से बनी “महारानी” निश्चित रूप से गुजराती सिनेमा को एक नई ताज़गी देने वाली फिल्म बनने जा रही है – और यही वजह है कि दर्शकों की उत्सुकता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।